लिंग का छोटापन: उपचार, प्रकिया, लागत और साइड इफेक्ट
लिंग का छोट्रापन क्या है।
यह माना जाता है कि लिंग की औसत लम्बाई छह इंच है। तो जब एक लिंग इस लम्बाई से कुछ हद तक छोटा होता है तो इसे छोटे लिंग के रुप में भी नामित किया जाता है। यह एक एकल विकार के रुप में दिखाई दे सकता है या पतली लिंग से भी जुडा हो सकता है। विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों के परिणाम स्वरुप एक व्यक्ति को एक व्यक्ति को छोटा लिंग होने पर हाइपोगोनैडोटरोफकि हाइपोगोनैडजिम, हादपरोनैटरोफिक हाईपोगोनैडजिम, आशिक एडरोजन अंसवेदनशीलता, वृद्वि हारर्मोनस की कमी और थाइराइड हारर्मोन, इडयिोपैथिक छोटे फेलस और चारडी हो सकती है।
लिंग कितना बडा होना चाहिए?
लिंग का आकार कई परिस्थिति पर निर्भर होता है जैसे स्थान, जलवायु, खान पान और जैनेटिक सरचना इसके मुख्य कारक है उदाहरण के लिए पहाडी ईलाको में रहने वाले लोगो का कद छोटा होता है तो उनका लिंग भी छोटा ही होगा इसके विपरीत पठार भूमि पर रहने वाले लोगो का कद सामान्य होगा तो उनके लिंग का साईज भी सामान्य ही होगा। अर्थात जितना आपका कद होगा उसी अनुपात में आपका लिंग भी होना चाहिए उदाहरण के लिए अगर आपका कद 5.6 फुट है तो आपका लिंग भी 5.6 होगा अगर इससे कम है तो चिंता का विशय है।
क्या लिंग का आकार बढना संभव है?
एलौपैथिक प्रक्रिया मे लिंग का आकार केवल सर्जरी द्वारा बढाया जा सकता है और इसके कई साईड इफेक्ट भी है। आयुर्वेद में लिंग का आकार बढाना संभव है। कुछ जडी बूटियाँ ऐसी है जिनसे लिंग पर मसाज करने पर लिंग में रक्त प्रवाह अधिक होने लगता है नसो की कमजोरी व ढीलापन दूर होकर अपने पूर्ण आकार में आ जाता है ।
लिंग के छोटेपन का ईलाज आयुर्वेद में कैसे किया जाता है।
लिंग के छोटेपन का ईलाज आयुर्वेदिक औषधी जैसे: अश्वगंधा, जायफल, वावेची, इन्दारिया जड, लौंग का तेल, अरड तेल, जैतून का तेल, कपूर आदि के द्वारा किया जाता है। डा. शेख द्वारा बनाया हुआ विश्व प्रसिद्व एस. एस. तेल इन्ही जडी बूटियों का समावेश है। इसके इस्तेमाल के मात्र 10 दिन में आप अपने लिंग के आकार मे फर्क देख सकते है। दो महीने में लिंग का आकार 1-3 इंच बढ जायेगा ।
क्या कोई साइड इफेक्ट है?
एस.एस.तेल एक बहुमुल्य आयुर्वेदिक औषधी है इसका कोई भी साइड इफेक्ट नही है। क्योकि यह पूरी तरह प्राकृतिक जडी बूटियों से बना है।
उपचार के दिशा निर्देश क्या है?
उपचार के साथ कुछ परहेज भी अति आवश्यक हैं
1. तला व आपच्य भोजन न करें।
2. खटटे फलो व बासी भोजन का परहेज करें।
3. ध्रुमपान, शराब एवं किसी भी नशीले प्रदार्थ का सेवन न करें।
4. नियमित व्यायाम करें।
रोगियों की जीवन शैली में बदलाव होने जरुरी है। इसमें एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम शामिल हैं।
ठीक होने में कितना समय लगता है
लिंग के छोटेपन का उपचार एस.एस. तेल से किया जाता है ।
इसके लिये उपरोक्त दिये परहेज अति आवश्यक है। इनके बिना ईलाज कराने का कोई फायदा नहीं है। लिंग का अगला हिस्सा छोड कर एस.एस. तेल की 2-3 बुँद से 5 मिनट लिंग के अगले हिस्से की मालिश करें। 10 दिन में आपको फर्क दिखने लगेगा और 2 महीने मे पूरा फायदा मिलेगा ।
ईलाज की कीमत क्या है
एस.एस. तेल लिंग के छोटेपन को दूर करने का रामबाण ईलाज हैं। 1 महीने के ईलाज की कीमत मात्र 700 रुपये है। 2 महीने के पूरा ईलाज 1400 रुपये का है और इसके साथ एस. एस. पाऊडर का भी प्रयोग करे जल्दी लाभ मिलेगा
क्या उपचार के परिणाम स्थायी है?
जी बिल्कुल एस. एस. तेल के परिणाम स्थाई है। जिस तरह कद बढने के बाद कम नही हो सकता उसी प्रकार लिंग का आकार भी कम नही हो सकता।
उम्मीद करते हैं कि आप हमारी बात समझ पायें होगें अगर अभी भी कोई शंका हैं तों
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