योन रोग या STD / STI ये ऐसे रोग होते है जो योन संपर्क से फैलते है । आप कैसे सम्भोग करते है उस हिसाब से आपको अलग अलग योन का खतरा हो सकता है। यौन रोग शरीर के अंधरुनि अंगो में पायी जाने वाली बीमारियों को कहा जाता है।
यह बिमारी पुरुष और औरत के संपर्क से भी हो सकती है। ज्यादा मात्रा में योन सम्बन्ध रखने से भी हो सकती है यह बिमारी यौन रोग से ग्रस्त मां से पैदा होने वाले बच्चे को भी यह रोग हो सकता है. . ऐसे में अगर मां को कोई यौन रोग है, तो बच्चे का जन्म डाक्टर की सलाह से औपरेशन के जरीए कराना चाहिए. इस से बच्चा योनि के संपर्क में नहीं आता और यौन रोग से बच जाता है.
कभी कभी योन रोग कम मात्रा में होने की वजह से कि उस के लक्षण नजर ही नहीं आते हैं. इस के बाद भी इस के परिणाम खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए यौन रोग के मामूली लक्षण को भी नजरअंदाज न करें. मामूली यौन रोग कभीकभी अपनेआप ठीक हो जाते हैं, पर इन के बैक्टीरिया शरीर में रह जाते हैं, जो कुछ समय बाद शरीर में तेजी से हमला करते हैं. यौन रोग शरीर की खुली और छिली जगह वाली त्वचा से ही फैलते हैं.
यौन रोग का घाव इतना छोटा होता है कि उस का पता ही नहीं चलता है. पति या पत्नी को भी इस का पता नहीं चलता है. यौन रोगों का प्रभाव 2 से 20 सप्ताह के बीच कभी भी सामने आ सकता है. इस के चलते औरतों को माहवारी बीच में ही आ जाती है. यौन रोग योनि, गुदा और मुंह के द्वारा शरीर में फैलते हैं. यौन रोग कई तरह के होते हैं. इन के बारे में जानकारी होने पर इन का इलाज आसानी से हो सकता है.
योन रोग के कारण
- ज्यादातर यौन रोग शादी के बाहर के यौन सम्बन्धों से होते हैं
- असुरक्छित योन सम्बन्ध बनाने से।
- यौन रोग से ग्रस्त मां से पैदा होने वाले बच्चे को भी यह रोग हो सकता है।
- रोगी अपने यौन साथी को यह संक्रमण देता है।
जनन अंगों की सभी बीमारियाँ यौन रोग नहीं होतीं। महिलाओं में एसटीडी का घाव आमतौर पर योनि के अन्दर छिपा रहता है। यह अक्सर डॉक्टर के ध्यान से रह जाता है। अक्सर पुरुष ही इलाज के लिए कोशिश करते हैं और उनका इलाज हो भी जाता है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि उनके घाव ज्यादा आसानी से दिखाई दे जाते हैं। पर इसका अर्थ यह कतई नही है कि यौन रोगों की शिकार महिलाओं की संख्या कम है। महिलाओं की ठीक से अन्दरूनी जाँच करें ताकि घाव का पता लग सके।
योन रोग के लक्षण
प्राइवेट पार्ट में या उस के आसपास बदलाव महसूस हों तो बिना देर किए डाक्टर से मिलें, क्योंकि देर करने पर यौन रोगों का इलाज महंगा भी है और मुश्किल भी. शादी के कुछ समय के बाद रेखा के अंदरूनी अंग से कभीकभी कुछ तरल पदार्थ निकलने लगा, पर उस ने इस तरफ खास ध्यान नहीं दिया. मगर कुछ दिनों बाद जब उसे उस तरलपदार्थ से बदबू आने का एहसास होने लगा और अंग में खुजली भी होने लगी तो वह तुरंत डाक्टर के पास गई.
डाक्टर ने जांच कर के रेखा को बताया कि उसे यौन रोग हो गया है, पर घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि समय पर दिखा लिया. इलाज पर कम पैसा खर्च कर बीमारी ठीक हो जाएगी.
योन रोग के बचाव
यौन रोग रोकने का पहला कदम ये समझना है कि यौन रोग कई तरह से फैलते हैं। आप इस बारे में यहाँ और पढ़ सकते हैं।
शरीर के तरल पदार्थों जैसे सीमन, योनि या गुदा के पानी से होने वाले यौन रोगों को रोकने के लिए कंडोम और डेंटल डैम कारगर उपाय हैं। इसमें क्लेमेडिया और गोनोरिया शामिल है। त्वचा से फैलने वाले यौन रोगों को भी कंडोम या डेंटल डैम पहन कर रोका जा सकता है, भले उसमें मुंह का इस्तेमाल हो, जैसे रिमिंग।
यदि आप कंडोम का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो ल्युब का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा में होने वाले छोटे-मोटे छिलन (जो यौन रोग का खतरा बढ़ा सकते हैं) से आप बच सकते हैं। यदि आप कंडोम या ल्युब इस्तेमाल नहीं कर सकते तो आप अन्य उपायों के लिए यहाँ देख सकते हैं। कुछ यौन रोग जैसे हेपेटाइटिस ए और एचपीवी को आप वैक्सीन लेकर उनके सम्पर्क में आने से पहले ही बच सकते हैं। वैक्सीन कहाँ और कैसे मिले इसके लिए आप यहाँ देखें।
यदि आपको एचआईवी नहीं है तो इससे बचने के कई कारगर उपाय हैं। PrEP एक रोज़ लेने वाली दवा है जिसके इस्तेमाल से आप एचआईवी के इंफ़ेक्शन से बच सकते हैं। यदि आपको ऐसा लगता कि आप एचआईवी के सम्पर्क में आ चुके हैं तो आप 72 घंटों के भीतर PEP लेकर इसे रोक सकते हैं। PrEP और PEP केवल एचआईवी से बचाव करते हैं और यौन रोगों से नहीं।
योन रोग के लिए योग
अगर आपका भी कुछ दिनों या महीनों से सेक्स करने में रूचि नहीं रह गई है या सेक्स करते भी हैं, तो जल्द थकान महसूस होने लगती है, तो इस स्थिति में परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। कुछ योगासन के नियमित अभ्यास से आप अपने यौवन को बरकरार रख सकते हैं। भद्रासन, धनुरासन, पद्मासन ऐसे ही कुछ योगासन हैं, जो यौन शक्ति बढ़ाने के लिए बेहद कारगर होते हैं। इनके नियमित अभ्यास से सेक्स से संबंधित सारी समस्याएं ख़त्म हो जाती है।
भद्रासन – भद्रासन की रेगुलर प्रैक्टिस सेक्स के दौरान धैर्य और एकाग्रता को बढ़ाती है। इससे सेक्स के दौरान चरम सुख की प्राप्ति होती है। जिन लोगों को शीघ्रपतन की समस्या है, उन्हें भी इसका अभ्यास अवश्य करना चाहिए, जल्द ही शीघ्रपतन से निजात मिल जाएगी।
धनुरासन – शीघ्रपतन होने पर भी इसका अभ्यास करने से फायदा होता है। यह कामेच्छा (Libido) जगाने और संभोग क्रिया की अवधि बढ़ाने में मददगार है। नियमित अभ्यास करने से पुरुष और स्त्री दोनों की ही सेक्स पावर बढ़ती है।
पद्मासन – पद्मासन करने से भी यौन समस्या दूर होती है। साथ ही यौन शक्ति में इजाफा होता है। इससे मांसमेशियां, पेट, मूत्राशय और घुटनों में खिंचाव पैदा होता है, जिससे इनमें मजबूती आती है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में उत्तेजना का संचार होता है, आप जल्दी ओर्गास्म के आनंद तक पहुंच सकते हैं
योन रोग के घरेलु उपाए
पुरुषों या महिलाओं की सेक्स समस्याओं को गुप्त रोग कहा जाता है. इस तरह की समस्याओं को स्वास्थ्य की देखभाल के जरिये स्वस्थ सेक्स जीवन बनाए रखने में मदद करने के लिए निम्न कदम उठाए जा सकते हैं. शराब सम्बंधित दिशानिर्देशों का कढ़ाई से पालन करना धूम्रपान छोड़ना तनाव से बचना अधिक आराम चिंताओं या समस्याओं के बारे में अपने साथी से बात करना आदि को अपनाकर इसे कम कर सकते हैं. लगभग 10 में से 1 पुरुष यौन समस्याओं का अनुभव करते हैं. पुरुषों की यौन समस्याएं जीवन के किसी भी समय हो सकती हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ अधिक हो सकती हैं. अधिकांश यौन समस्याओं का इलाज किया जा सकता है इसके लिए आप निम्लिखित गुप्त रोगों के घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं. हलांकी समस्या गंभीर होने पर चिकित्सकीय जांच ही बेहतर है.
- सफेद मूसली का सेवन करने से गुप्त रोगों संबंधी समस्याएं जड़ से खत्म हो जाती है इसके लिए सफेद मूसली को पीसकर उसका पाउडर बना लें, और फिर रोज एक चम्मच दूध के साथ इसका सेवन करें।
- जिन लोगों को सफेद पानी आने संबंधी समस्या होती है, तो उन्हें अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना चाहिए। अश्वगंधा का सेवन भी दूध में मिलाकर ही किया जाता है
- आयुर्वेद में शारीरिक कमजोरी को भी गुप्त रोगों की श्रेणी में ही रखा गया है। शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए रोज सुबह दूध में छुहारे उबालकर इनका सेवन करना चाहिए। इससे शारीरिक कमजोरी बहुत जल्दी दूर हो जाती है।
योन रोग का और्वेदिक उपचार
आयुर्वेद में अनेको ऐसे जड़ी बुटिया है जो हेर परकर के योन रोगो का इलाज करने में सक्छम है। पर हम सेल्हा देंगे की बिना आयुर्वेदा चर्या के परामर्श के कोई जड़ी बूटी न ले क्योकि योन रोग में कई तरह के रोग होते है तो यह जरुरी हो जाता है की बीमारी के सही से जाँच हो और उसकी की अनुसार सही मात्रा में जड़ी-बुटिया ले जाये तभी लाभ संभव है । अपने नजदीकी किसी आयुर्वेदा चर्या को दिखाए या फिर हमारे हेल्प हेल्पलाइन 9050205100 पैर संपर्क करे ।